
एक बार फिर आतंक के सौदागरों ने कश्मीर घाटी की शांति को चुनौती देने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने समय रहते जवाबी कार्रवाई कर त्राल के नादेर इलाके को बारूद से बचा लिया।
ये भारत है साहब, यहां नाम नहीं, नीयत बदलती है!” – चीन को दो टूक
कश्मीर ज़ोन पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि अवंतीपुरा के त्राल में सुरक्षाबलों और संदिग्ध आतंकियों के बीच मुठभेड़ जारी है। अब तक कई आतंकियों के शव बरामद किए जा चुके हैं, और इलाके को पूरी तरह घेर लिया गया है।
IGP कश्मीर का बयान: ऑपरेशन अंतिम चरण में
कश्मीर के IGP वीके बिरदी ने मीडिया को बताया:
“हमें आतंकियों की मौजूदगी की पक्की सूचना मिली थी। घेराबंदी करते ही मुठभेड़ शुरू हो गई। कुछ आतंकियों के शव देखे गए हैं, लेकिन पहचान और संगठन से संबंध की पुष्टि ऑपरेशन के बाद ही हो सकेगी।”
उन्होंने बताया कि इलाके को सैन्य दृष्टि से पूरी तरह सील कर दिया गया है, ताकि कोई आतंकी बचकर न निकल सके।
अवंतीपुरा: आतंक की पुरानी जमीन पर नया प्रहार
अवंतीपुरा, जो श्रीनगर से 35 किलोमीटर दक्षिण में है, अक्सर आतंकियों की गतिविधियों का केंद्र रहा है। लेकिन इस बार सुरक्षाबलों ने पहले ही सूचना के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी।
नादेर इलाका, जो घने जंगल और ग्रामीण इलाके के कारण आतंकियों के छिपने का मुफ़ीद ज़ोन माना जाता है, अब सेना के नियंत्रण में है।
विश्लेषण | Syed Husain Afsar की कलम से:
“जब आतंकी चुपके से घाटी में घुसने की कोशिश करते हैं, तो भारत की बंदूकें चुप नहीं रहतीं। त्राल में जो हो रहा है, वो सिर्फ़ एक ऑपरेशन नहीं, पाकिस्तान पोषित आतंकवाद पर भारत का लोकतांत्रिक तमाचा है।”
कश्मीर की फिज़ा अब आतंक की नहीं, आत्मनिर्भरता और सुरक्षाबलों के आत्मविश्वास की गवाही दे रही है। त्राल की मुठभेड़ एक और सबूत है कि आतंक कितना भी छुपे, भारतीय सैनिकों की नज़र से नहीं बच सकता।
मजदूर ने मांगी शराब पर आधार कार्ड आधारित सीमा, कहा- हर दिन हो दीपावली